Priyanka06

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लेखनी प्रतियोगिता -29-Oct-2022 छठ पूजा

विषय- छठ पूजा

यूपी बिहार के है महापर्व,
चतुर्थ दिवस तक है इसका महत्व,
नहाए खाए से होता आरंभ,
डूबते डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर करते समाप्त।

साल में मनाया जाता दो बार,
प्रथम चैत्र द्वितीय कार्तिक मास,
नाम पड़ा चैती छठ और कार्तिक छठ।
छठ पूजा कहलाया पर्व।

अलग अलग है इसके तर्क,
सभी के बताते हम अर्थ,
ऐतिहासिक भी है इसका महत्व,
छठ पूजा का बताते संदर्भ।

14 वर्ष का पूरा किया वनवास,
रावण वध का ना लगे पाप,
सीता जी ने किया 6 दिन तक का पूजा पाठ,
सातवें दिवस किया सूर्य को जलपान

सूर्य देव की करी आराधना,
कार्तिक मास की शुक्ल षष्ठी को करी स्थापना,
सप्तमी को सूर्योदय के समय किया अनुष्ठान,
सूर्य देव से प्राप्त किया आशीर्वाद।

महाभारत काल की सुनाते हैं गाथा,
सूर्यपुत्र कर्ण करते थे सूर्य पूजा,
घंटो नदी में होकर खड़ा,
सूर्य भगवान को चढ़ाते थे जल,
छठ में आज भी अर्घ्य का हुआ प्रचलन।

द्रोपती ने किया छठ का उपवास,
पांडव जब हार गए राज पाठ,
द्रोपती ने आरंभ किया छठ व्रत,
सूर्य देव छठ मैया कहलाते भाई-बहन,
इसलिए इन दोनों का है बड़ा ही महत्व।

सूर्य देवता की करते पूजा,
छठ पूजा करती घर में उजाला,
सभी मांगते दुआ
खुशियों से भरा रहे हमारा अंगना।

करता जो छठ पूजा का उपवास,
संतान की दीर्घायु का मिलता वरदान,
जीवन में छा जाता उमंग उल्लास,
ऐसा है छठ पूजा का त्योहार।

लेखिका
प्रियंका भूतड़ा

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6 Comments

Gunjan Kamal

02-Nov-2022 10:54 PM

बहुत ही सुन्दर

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Punam verma

30-Oct-2022 08:37 AM

Very nice

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Renu

30-Oct-2022 08:32 AM

👌👌

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